Site icon CBSE Janta

Extra Questions Class 6 Hindi Vasant Chapter 5 अक्षरों का महत्व

Extra Questions

1. क्या अक्षरों की खोज ईश्वर ने की है?

उत्तर: नहीं, अक्षरों की खोज मानव ने की है।

2. यह धरती कितने साल पुरानी है?

उत्तर: यह धरती लगभग पाँच अरब साल पुरानी है।      

3. कितने साल तक धरती पर कोई जीव-जंतु नहीं थे। 

उत्तर: दो तीन अरब साल तक धरती पर किसी प्रकार के जीव-जंतु नहीं थे।

4. मानव ने धरती पर कब जन्म लिया?

उत्तर: मानव ने धरती पर लगभग पाँच लाख साल पहले जन्म लिया था।

5. आदमी ने खेती कब शुरू की? 

उत्तर: लगभग दस हज़ार साल पहले आदमी ने धरती पर खेती करनी शुरू की।                                         

6. प्रागैतिहासिक काल के आदमी अपनी बात कैसे व्यक्त किया करते थे? 

उत्तर: प्रागैतिहासिक काल के आदमी अपनी बात चित्रों और संकेतों के माध्यम से व्यक्त किया करते थे। उस काल के आदमी पत्थरों पर भिन्न-भिन्न प्रकार के चित्र बनाकर, किसी चीज या प्राणी को व्यक्त करते थे। जैसे- पास में बह रही किसी नदी या झील को दर्शाने के लिए वह पत्थरों पर गोलाकार चित्र बनाकर उसमें मछलियों को दर्शाते थे। 

7. पत्थरों का इस्तेमाल मानव ने किस लिए शुरू किया?

उत्तर: प्रागैतिहासिक काल के आदमी ने पत्थरों का उपयोग खेती करने और शिकार करने हेतु हथियार जैसे- छेनियाँ, गदाएँ, कुल्हाड़ियाँ, आरियाँ, तक्षणियाँ आदि बनाने के लिए शुरू किया था। उस काल के मनुष्यों ने पत्थरों से ही आग जलाना भी सीखा था और वह पत्थरों से बर्तन भी बनाते थे।

8. ताँबे और काँसे का इस्तेमाल पहली बार मानव ने कब किया?

उत्तर: मानव धरती पर लगभग दस हज़ार साल पहले  ताँबे और काँसे का उपयोग अपने लिए औजार और गहनें बनाने के लिए किया करता था। ताँबे और काँसे का इस्तेमाल कुल्हाड़ियाँ बनाने में किया जाता था। हड़प्पा और मोहजोदड़ो जैसे स्थानों पर इनसे बने आभूषण भी प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा इनसे मूर्तियाँ भी बनाई जाती थीं।

9. अक्षरों की खोज को कितने साल हुए? 

 उत्तर: अक्षरों की खोज हुए लगभग 6 हज़ार साल ही हुए है और यह मानव विकास के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है। अक्षरों की खोज से पहले प्रागैतिहासिक काल में मनुष्य चित्रों की सहायता से अपने भावों को व्यक्त करता था और पत्थरों पर अलग-अलग प्रकार से चित्र बनता था। 

10.मानव ने पहले चित्र बनाना शुरू किया या लिखना?

उत्तर:  मानव ने सबसे पहले चित्र बनाना शुरू किया। मानव ने पत्थरों पर उल्टी-सीधी रेखाएँ खींचकर चित्र बनाने का प्रयास किया और फिर धीरे-धीरे वह भिन्न-भिन्न प्राणियों और वस्तुओं का चित्र बनाना सीख गया। फिर गत-विगत वर्ष इसमें बदलाव आए और बाद में अक्षरों का रूप लिया। इसके बाद लिखने के प्रमाण भी मिलते हैं।                                                 

11. लिपि क्या होती है? और कैसे बनती है? 

उत्तर: लेखन प्रणाली और लिपि का मतलब होता है किसी भी भाषा की लिखावट या लिखने का ढंग। ध्वनियों को लिखने के लिए जिन संकेतो का प्रयोग किया जाता है, वही लिपि कहलाती है। लिपि अक्षरों और संकेतो से मिल कर बनती है। 

12. एक पीढ़ी का ज्ञान दूसरी पीढ़ी तक कैसे पहुँचता है? 

उत्तर: एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुँचने वाली ज्ञान की बातें किताबों के माध्यम से पहुँचती हैं और किताबें, अक्षरों से लिखी जाती है। इसलिए अक्षरों का ज्ञान बहुत जरूरी होता है। एक पीढ़ी, दूसरी पीढ़ी को अपनी सभ्यता और संस्कृती बस किताबों के माध्यम से ही बता सकती है। अलग-अलग पीढ़ीयों के इतिहास की जानकारी हमें उनके द्वारा लिखे अभिलेखों और हस्तलिपियों से भी मिलती है।

13. अक्षरों की खोज से आदमी के जीवन में क्या बदलाव आए?

उत्तर: मानव के एक पीढ़ी के रहन-सहन की जानकारी अब दूसरी पीढ़ी में किताबों के माध्यम से पहुँचती जाती हैं और अक्षरों से किताबें लिखी जाती हैं। इसलिए अक्षरों ने मानव के इसिहस को पूरी तरह से बदल कर रख दिया। इससे विकास को खूब बल मिला।

14. भाव-संकेत के विकास और घोतक के विषय पर प्रकाश डालिये।

उत्तर: भाव-संकेत, चित्र संकेत के बाद अस्तित्व में आये। भाव-संकेत के बोध से मनुष्य का विकास हुआ क्योंकि अब मनुष्यों को पत्थरों पर चित्र बनाने की आवश्यकता नहीं थी, वह संकेतों की सहायता से ही अपने भाव व्यक्त कर सकते थे। वह भिन्न-भिन्न प्रकार के इशारों से एक दूसरे की बात समझ लेते थे। एक छोटे वृत्त के चारों ओर किरणों की घोतक रेखाएँ खींचने पर वह सूर्य का घोतक बन जाता था।

15. मनुष्य की सबसे बड़ी खोज पर प्रकाश डालिये।

उत्तर: अक्षरों की खोज मानव के द्वारा किये गए खोजों में से सबसे महान खोज है क्योंकि इस खोज के होने से मनुष्य को अपने भावों को व्यक्त करने के लिए चित्र बनाने या इशारे करने की आश्यकता नहीं थी। वह अपने भाव पहले से बेहतर ढंग से व्यक्त कर सकता था और अक्षरों की खोज होने से हमें मनुष्य की सभ्यताओं और संस्कृतिओं की जानकारी अभिलेखों और हस्तलिपियों से मिलती है। इस खोज के बाद लोग एक दूसरे से जुड़ने लगे और उनकी सभ्यताएँ एक दूसरे के सामने आने लगी।

16. पुराने जमाने के लोग अक्षरों के बारे में क्या सोचते थे? और अब हम क्या सोचते हैं?

उत्तर: पुराने जमाने के लोगों को लगता था की अक्षरों का ज्ञान उन्हें ईश्वर ने दिया है। थोड़ा समय बीतने के बाद और मानव के विकास के बाद, लोगो को लगने लगा कि ‛अक्षर’ मानव जाति की ही कृति है, ईश्वर की नहीं और हमारा भी यही मानना है कि अक्षर मानव की कृति है।

17. प्रागैतिहासिक काल पर प्रकाश डालिये।

उत्तर: प्रागैतिहासिक काल का मतलब होता है, इतिहास से पहले का काल। किसी भी देश या कौम का इतिहास तब शुरू होता है जब वहाँ के लोगों के द्वारा लिखे हुए लेख मिलने लगते हैं। इसे और विस्तार से बताएँ तो जब मानव खानाबदोश जीवन जिया करता था तो उसे लिखने-पढ़ने के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। इसलिए हमें उस समय के इतिहास की जानकारी नहीं मिली। यही कारण है कि हम उस काल को प्रागैतिहासिक काल कहते है। 

18. मानव का सबसे तेज विकास कब और कैसे हुआ? 

उत्तर: लगभग 6 हजार साल पहले जब अक्षरों की खोज मानव ने की थी तो इस खोज के बाद एक पीढ़ी के लोग दूसरी पीढ़ी के लोगों से जुड़ने लगे थे। अब कोई भी सभ्यता किसी से छुपी नहीं रह गयी थी। लोग अपने पूर्वजों के बारे में किसी किताब से जानकारी ले सकते थे। इसकी वजह से मानव के रहन-सहन में बेहतर बदलाव आए और मानव जाति का बहुत तेजी के साथ विकास हुआ।

19. इतिहास से आप क्या समझते हैं? 

उत्तर: ‛इतिहास’ शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के 3 शब्दों (इति+ह+आस) से मिलकर हुई है। ‛इति’ का अर्थ है जैसा हुआ वैसा ही, ‛ह’ का अर्थ है सचमुच तथा ‛आस’ का अर्थ है निरंतर रहना या बोध होना। इतिहास एक विषय है, जिसमे किसी मानव, समाज और देश से सम्बंधित सच्ची घटनाओं का वर्णन मिलता हैं। प्राचीन अथवा विगत काल की घटनाओं को संजोकर किताब में रखा जाता है। इतिहासकार ऐसी घटनाओं को समेटनें या उन घटनाओं के बारे में जानकारी इकट्ठा करके लिखने का काम करता हैं।

20. मानव को कब से और क्यों सभ्य कहा जाने लगा?

उत्तर: जब अक्षरों की खोज लगभग 6 हजार साल पहले हुई तो एक नए युग की शुरुआत हुई। आदमी अपने हिसाब-किताब को लिखकर रखने लगा। तब से मानव को सभ्य कहा जाने लगा। लोग अपनी बातों को लिखकर प्रस्तुत करने लगे और लोगों के अंदर और भी ज्यादा जानने की जिज्ञासा प्रकट होने लगी इस चीज ने मानव को बदल कर रख दिया। वो अपनी आदत, धर्म और संस्कृति को जानने लगे और उसके हिसाब से जीने लगा।

Clear Your Doubts with CBSEJanta.com

Visit CBSEJanta.com to access detailed solutions for every chapter in your Class textbooks. These solutions not only help you answer questions but also improve your overall understanding of stories and grammar concepts.

Download Our App for Easy Access

Want to study on the go? Download our app to get instant access to Class NCERT solutions, practice questions, and much more. Whether you’re at home or traveling, you can easily prepare for exams and boost your English skills with CBSEJanta.com.

Exit mobile version