निम्नलिखित गद्यांश पढ़कर प्रश्नों का उत्तर दीजिए।
पैरा 1: अयोध्या नगरी का उल्लेख रामायण में एक अत्यंत सुंदर और समृद्ध नगर के रूप में किया गया है। यह नगर सरयू नदी के किनारे स्थित था और अपनी अद्भुत वास्तुकला और शांति के लिए प्रसिद्ध था। यहाँ हर कोई सुखी और संतुष्ट जीवन व्यतीत करता था। अयोध्या के राजा महाराज दशरथ थे, जो अपने न्यायप्रिय और धर्मपरायण शासन के लिए विख्यात थे। उन्होंने अपने राज्य को स्वर्ग के समान सुंदर और व्यवस्थित बना दिया था।
प्रश्न 1: अयोध्या नगरी किस बात के लिए प्रसिद्ध थी?
(A) अपने युद्धों के लिए
(B) अपनी वास्तुकला और समृद्धि के लिए
(C) अपने व्यापार के लिए
(D) अपने जंगलों के लिए
उत्तर: (B) अपनी वास्तुकला और समृद्धि के लिए
पैरा 2:महाराज दशरथ तीन रानियों – कौशल्या, कैकेयी और सुमित्रा – के पति थे। वे महान योद्धा थे और कई युद्धों में विजयी रहे थे। उनका राजमहल ऐश्वर्य से भरा हुआ था, लेकिन उनके जीवन में एक बड़ी कमी थी। उनके पास अपार धन-दौलत होने के बावजूद उनके कोई संतान नहीं थी। इस कारण वे अक्सर चिंतित और दुखी रहते थे। अपनी इस समस्या को हल करने के लिए उन्होंने कई प्रयास किए और ऋषियों से परामर्श लिया।
प्रश्न 2: महाराज दशरथ के जीवन की सबसे बड़ी कमी क्या थी?
(A) धन की कमी
(B) सेना की कमी
(C) संतान का अभाव
(D) राजा बनने की इच्छा
उत्तर: (C) संतान का अभाव
पैरा 3:महाराज दशरथ ने ऋषि वशिष्ठ से अपनी चिंता व्यक्त की। ऋषि वशिष्ठ ने उन्हें सुझाव दिया कि वे एक विशेष यज्ञ करें। इस यज्ञ का नाम पुत्रकामेष्टि यज्ञ था, जिसे संतान प्राप्ति के लिए किया जाता था। यज्ञ का आयोजन भव्य तरीके से किया गया। अयोध्या में यह यज्ञ पूरे विधि-विधान के साथ संपन्न हुआ। यज्ञ के अंत में अग्निदेव प्रकट हुए और उन्होंने महाराज दशरथ को खीर का पात्र दिया। इस खीर को उनकी तीनों रानियों ने ग्रहण किया।
प्रश्न 3: पुत्रकामेष्टि यज्ञ का उद्देश्य क्या था?
(A) युद्ध में विजय प्राप्त करना
(B) संतान प्राप्त करना
(C) धन संग्रह करना
(D) राज्य का विस्तार करना
उत्तर: (B) संतान प्राप्त करना
पैरा 4:यज्ञ में मिली खीर को रानियों ने ग्रहण किया, और कुछ समय बाद महाराज दशरथ के चार पुत्र हुए। कौशल्या के पुत्र राम, कैकेयी के पुत्र भरत, और सुमित्रा के पुत्र लक्ष्मण व शत्रुघ्न। चारों राजकुमारों का जन्म अयोध्या के लोगों के लिए खुशी का कारण बना। अयोध्या नगरी में चारों ओर उत्सव मनाया गया। चारों राजकुमारों में राम सबसे बड़े थे और अपने गुणों के कारण सबसे प्रिय भी।
प्रश्न 4: महाराज दशरथ के चारों पुत्रों में सबसे बड़े कौन थे?
(A) भरत
(B) लक्ष्मण
(C) शत्रुघ्न
(D) राम
उत्तर: (D) राम
पैरा 5:राम बचपन से ही अपने विशेष गुणों के कारण सभी के प्रिय थे। वे बहुत ही विनम्र, धैर्यवान और बुद्धिमान थे। उन्होंने हमेशा अपने माता-पिता और गुरुजनों की बात मानी। वे कठिन से कठिन परिस्थिति में भी शांत और संयमित रहते थे। उनके इन गुणों के कारण लोग उन्हें दिव्य व्यक्तित्व के रूप में देखने लगे।
प्रश्न 5: राम के कौन से गुण उन्हें सबसे अलग बनाते थे?
(A) क्रोध और हठ
(B) धैर्य और विनम्रता
(C) आलस्य और उद्दंडता
(D) शक्ति और अहंकार
उत्तर: (B) धैर्य और विनम्रता
पैरा 6:राम और उनके भाइयों को उनकी शिक्षा और प्रशिक्षण के लिए गुरु वशिष्ठ के आश्रम भेजा गया। वहाँ वेद, धनुर्विद्या, युद्धकला और राजनीति की शिक्षा दी गई। गुरु वशिष्ठ ने उन्हें राजधर्म के सिद्धांत सिखाए और जीवन में धर्म, सत्य और न्याय का पालन करने की शिक्षा दी। चारों भाइयों ने अपने-अपने गुणों में महारत हासिल की।
प्रश्न 6: गुरु वशिष्ठ ने राजकुमारों को कौन-कौन सी शिक्षा दी?
(A) केवल धनुर्विद्या
(B) केवल राजनीति
(C) वेद, धनुर्विद्या और राजधर्म
(D) केवल युद्धकला
उत्तर: (C) वेद, धनुर्विद्या और राजधर्म
पैरा 7:राम के जन्म के साथ ही अयोध्या में सुख-शांति और समृद्धि का माहौल बन गया। नगर के लोग राम को अपना आदर्श मानते थे। उनके जन्म के समय अयोध्या में चारों ओर उत्सव मनाया गया और नगरवासियों ने भगवान का आभार प्रकट किया।
प्रश्न 7: राम के जन्म के समय अयोध्या में कैसा माहौल था?
(A) उदासी का
(B) उत्सव का
(C) अशांति का
(D) भय का
उत्तर: (B) उत्सव का
पैरा 8:राम का जीवन उनके भाइयों के साथ आनंद और शिक्षा के माहौल में बीता। चारों भाई परस्पर बहुत प्रेम करते थे। राम और लक्ष्मण का विशेष संबंध था; दोनों भाई एक-दूसरे के प्रति अत्यंत स्नेहशील और समर्पित थे। उनकी इस मित्रता की चर्चा पूरे अयोध्या में होती थी।
प्रश्न 8: राम और लक्ष्मण के संबंध को कैसे वर्णित किया जा सकता है?
(A) प्रतिस्पर्धा से भरा
(B) स्नेह और मित्रता से भरा
(C) उदासीन
(D) कड़वाहट से भरा
उत्तर: (B) स्नेह और मित्रता से भरा
पैरा 9:राम के गुणों ने उन्हें केवल परिवार में ही नहीं, बल्कि प्रजा के बीच भी अत्यंत लोकप्रिय बना दिया। लोग उन्हें ईश्वर का अवतार मानते थे और उनके आदर्शों का पालन करना चाहते थे। राम ने हमेशा अपने व्यवहार से यह प्रमाणित किया कि वे एक सच्चे नायक हैं।
प्रश्न 9: राम को लोग किस रूप में मानते थे?
(A) योद्धा
(B) विद्रोही
(C) ईश्वर का अवतार
(D) साधारण व्यक्ति
उत्तर: (C) ईश्वर का अवतार
पैरा 10:राम और उनके भाइयों ने गुरु वशिष्ठ की शिक्षा और संस्कारों के साथ अपने बचपन का आनंद लिया। उनका यह बाल्यकाल जीवन के मूल्यों और आदर्शों को सिखाने का माध्यम बना। इन गुणों ने राम को आगे चलकर एक आदर्श राजा और मर्यादा पुरुषोत्तम बनने की दिशा में तैयार किया।
प्रश्न 10: राम और उनके भाइयों का बचपन किस प्रकार का था?
(A) संघर्षपूर्ण
(B) आनंदमय और शिक्षाप्रद
(C) अशांत
(D) अनिश्चित
उत्तर: (B) आनंदमय और शिक्षाप्रद
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