Summary of “Children at Work”
The story begins with Velu, an eleven-year-old boy, arriving at Chennai Central Station aboard the Kanyakumari Express. Feeling anxious and overwhelmed by the crowd, he has never seen so many people at once, except during the village fair. After stepping off the train, Velu finds a bench on the platform to sit down. He feels nervous and wobbly, and as he lowers his head to his knees, he hears a strange voice.
Key Characters:
- Velu: An eleven-year-old boy who runs away from home due to his father’s abuse.
- Jaya: A girl of Velu’s age who collects garbage and helps him find food.
Encounter with Jaya
Velu notices a girl named Jaya, who is wearing a loose shirt and carrying a sack filled with plastic cups. She inquires about him, but Velu is reluctant to share his story. Eventually, he tells her his name but keeps the reason for his escape from home to himself. He is haunted by the memory of his father, who drinks and beats him, taking away the money Velu and his sisters earn.
Feeling hungry after two days without food, Velu is hesitant when Jaya offers to help him. She gets up and starts walking, and despite his uncertainty, Velu decides to follow her as he has nowhere else to go.
City Life
The pair navigate the bustling city, and Velu struggles with the smoke and dust in the air, which makes him dizzy. They cross a busy road, where Velu feels out of place, and Jaya guides him across. Along the way, Velu sees various signboards but cannot read them, as they are in English. He feels discomfort walking on the hot tar with his bare feet.
They come to a bridge where Velu peers down and learns from Jaya that the building nearby is the Central Jail. This knowledge makes him anxious, as he is reminded of the dangers that lurk in the city.
Scavenging for Food
After walking for an hour, they arrive at a large building called Sri Rajarajeshwari Prasanna Kalyana Mandapam. Initially, Velu thinks they are going to eat inside, but Jaya leads him behind the building, where they encounter a garbage bin with a foul smell. Jaya finds a squishy banana and a vada, which Velu is reluctant to eat. However, Jaya assures him she only chooses untouched food. Driven by hunger, Velu eats the food and feels relieved.
Jaya informs Velu that while she waits for people to finish their lunch, she must go to work. Velu, having nowhere else to go, decides to accompany her. He asks for her name, and she introduces herself.
Ragpicking
They walk around for about half an hour and reach Triplicane, where Velu sees peculiar huts made of metal sheets, tires, wood, and plastic—unlike the mud houses in his village. Jaya goes inside one of the huts to retrieve a new sack, as hers is full. She hands Velu a sack and stick, instructing him on what to do. Velu is confused about the ragpicking process since he has only worked on a farm before.
Jaya explains that ragpicking involves sorting through garbage to find paper, plastic, and glass that can be sold to a man named Jaggu at Jam Bazaar. Velu struggles to understand why anyone would buy trash. Jaya clarifies that Jaggu sells the materials to factories. With no other options available, Velu reluctantly agrees to help her with ragpicking.
Conclusion
The story of “Children at Work” highlights the harsh realities faced by child laborers like Velu and Jaya. It depicts the challenges they endure while trying to survive in an unforgiving urban environment. The narrative emphasizes the importance of resilience and adaptability, as these children navigate their circumstances in search of food and safety, showcasing their strength and determination in the face of adversity.
Important Key Words with Their Meanings
Keyword | Meaning |
---|---|
Velu | An eleven-year-old boy who runs away from home due to abuse. |
Jaya | A girl of Velu’s age who collects garbage and helps him find food. |
Kanyakumari Express | A train that Velu takes to Chennai, representing his journey. |
Chennai Central Station | A major train station in Chennai where Velu arrives and feels overwhelmed. |
Ragpicking | The act of collecting recyclable materials from garbage for sale. |
Central Jail | A prison near where Velu and Jaya walk, representing danger and fear. |
Sri Rajarajeshwari Prasanna Kalyana Mandapam | A wedding hall where Velu and Jaya search for food. |
Jam Bazaar | A market where collected recyclable materials are sold. |
Children at Work” का सारांश (हिंदी में)
कहानी की शुरुआत वेलू, एक ग्यारह साल के लड़के, के साथ होती है जो कन्याकुमारी एक्सप्रेस से चेन्नई सेंट्रल स्टेशन पर उतरता है। वह भारी भीड़ देखकर बहुत चिंतित और घबराया हुआ महसूस करता है। उसने कभी इतने लोगों को एक साथ नहीं देखा था, सिवाय अपने गाँव के मेले के। ट्रेन से उतरने के बाद, वेलू प्लेटफॉर्म पर एक बेंच पर बैठ जाता है। वह चिंतित और कमजोर महसूस कर रहा है, और जैसे ही वह अपना सिर अपने घुटनों पर रखता है, उसे एक अजीब आवाज सुनाई देती है।
प्रमुख पात्र:
- वेलू: एक ग्यारह साल का लड़का जो अपने घर से भागकर आता है।
- जया: वेलू की उम्र की एक लड़की जो कचरा इकट्ठा करती है और उसकी मदद करती है।
जया से मुलाकात
वेलू एक लड़की जया को देखता है, जो एक ढीला शर्ट पहने हुए है और एक बोरी उठाए हुए है जिसमें वह प्लेटफार्म से प्लास्टिक कप इकट्ठा करती है। वह वेलू से उसके बारे में पूछती है, लेकिन वेलू अपनी कहानी साझा करने में हिचकिचाता है। अंततः, वह अपना नाम बताता है लेकिन अपने भागने का कारण नहीं बताता। वह अपने पिता की यादों से परेशान है, जो शराब पीते हैं और उसे पीटते हैं, और जो वेलू और उसकी बहनों की कमाई छीन लेते हैं।
दो दिनों से भूखा रहने के कारण वेलू का पेट कड़कता है, और जब जया उसे मदद करने की पेशकश करती है, तो वह हिचकिचाता है। लेकिन उसके पास और कोई विकल्प नहीं होने के कारण, वेलू उसके पीछे चलने का निर्णय लेता है।
शहर की जिंदगी
दोनों शहर की हलचल में चलते हैं, और वेलू को धुआँ और धूल में सांस लेने में कठिनाई होती है। वे एक व्यस्त सड़क पार करते हैं, जहाँ वेलू अजीब सा महसूस करता है, और जया उसे सड़क पार कराने में मदद करती है। चलते-चलते, वेलू कई साइन बोर्ड देखता है लेकिन वह उन्हें नहीं पढ़ सकता क्योंकि वे अंग्रेजी में हैं। उसके नंगे पैर गर्म टार पर चलने में असहज होते हैं।
वे एक पुल पर पहुंचते हैं जहाँ वेलू झाँकता है और जया उसे बताती है कि पास की बिल्डिंग सेंट्रल जेल है। यह जानकर वेलू चिंतित हो जाता है, क्योंकि यह उसे शहर में छिपे खतरों की याद दिलाता है।
भोजन के लिए बीनना
एक घंटे चलने के बाद, वे एक बड़े भवन के सामने पहुंचते हैं जिसका नाम श्री राजराजेश्वरी प्रसन्न कल्याण मंडपम् है। पहले, वेलू सोचता है कि वे अंदर खाना खाने जा रहे हैं, लेकिन जया उसे उस भवन के पीछे ले जाती है जहाँ सड़ने वाली गंध आती है। वहाँ एक कचरे के डिब्बे के पास वे एक सड़ता केला और एक वड़ा पाते हैं, जिसे वेलू खाने में हिचकिचाता है। लेकिन जया उसे आश्वस्त करती है कि उसने केवल अनछुआ भोजन चुना है। भूख के कारण, वेलू खाने के लिए मजबूर हो जाता है और उसे तुरंत राहत मिलती है।
जया वेलू को बताती है कि जब तक लोग अपना भोजन समाप्त करते हैं, वह वहाँ इंतजार कर सकती है, लेकिन उसे काम पर जाना है। वेलू, जिसके पास और कोई विकल्प नहीं है, उसके साथ जाने का फैसला करता है। वह उसका नाम पूछता है, और वह अपना नाम बताती है।
कचरा उठाना
वे लगभग आधे घंटे तक चलते हैं और त्रिप्लीकेन पहुंचते हैं, जहाँ वेलू अजीब से झोपड़ियों की एक पंक्ति देखता है। ये झोपड़ियाँ धातु की चादरों, टायर्स, लकड़ी और प्लास्टिक से बनी हैं—जबकि उसके गाँव में केवल मिट्टी और ताड़ की पत्तियों से बने घर होते हैं। जया एक झोपड़ी के अंदर जाती है ताकि वह एक नया थैला ले सके, क्योंकि उसका थैला भर गया है। वह वेलू को एक थैला और एक डंडा देती है, उसे बताती है कि वह क्या करना चाहती है। वेलू उलझन में है क्योंकि उसे नहीं पता कि उसे ये सब चीजें क्या करनी हैं।
जया समझाती है कि कचरा उठाना यानी कचरे से कागज, प्लास्टिक, और कांच इकट्ठा करना है, जिन्हें वह जग्गू को बेचती है। वेलू को समझ में नहीं आता कि कोई क्यों कचरा खरीदना चाहेगा। जया स्पष्ट करती है कि जग्गू उन्हें कारखानों को बेचता है। अब, वेलू के पास और कोई विकल्प नहीं होने के कारण, वह झिझकते हुए सहमत हो जाता है।
निष्कर्ष
“Children at Work” की कहानी बाल श्रमिकों, जैसे वेलू और जया, के द्वारा सामना की जाने वाली कठिन वास्तविकताओं को उजागर करती है। यह उन चुनौतियों को दर्शाती है जो वे जीवित रहने के लिए एक निर्मम शहरी वातावरण में झेलते हैं। कहानी सहनशीलता और अनुकूलन की महत्वपूर्णता को रेखांकित करती है, क्योंकि ये बच्चे भोजन और सुरक्षा की खोज में अपनी परिस्थितियों को नेविगेट करते हैं, और विपरीतताओं का सामना करते हुए अपनी ताकत और संकल्प को प्रदर्शित करते हैं।
महत्वपूर्ण कीवर्ड्स और उनके अर्थ
कीवर्ड | अर्थ |
---|---|
वेलू | एक ग्यारह साल का लड़का जो घरेलू हिंसा के कारण भागता है। |
जया | वेलू की उम्र की एक लड़की जो कचरा इकट्ठा करती है और उसे भोजन खोजने में मदद करती है। |
कन्याकुमारी एक्सप्रेस | एक ट्रेन जो वेलू चेन्नई जाने के लिए लेता है, जो उसकी यात्रा का प्रतिनिधित्व करती है। |
चेन्नई सेंट्रल स्टेशन | चेन्नई में एक प्रमुख रेलवे स्टेशन जहाँ वेलू पहुंचता है और अभिभूत महसूस करता है। |
कचरा उठाना | कचरे से पुनर्चक्रणीय सामग्रियों को इकट्ठा करने की क्रिया, जिन्हें बेचा जाता है। |
सेंट्रल जेल | एक जेल जहाँ वेलू और जया चलते हैं, जो खतरे और डर का प्रतिनिधित्व करता है। |
श्री राजराजेश्वरी प्रसन्न कल्याण मंडपम् | एक शादी hall जहाँ वेलू और जया भोजन की तलाश करते हैं। |
जाम बाजार | एक बाजार जहाँ इकट्ठा की गई पुनर्चक्रणीय सामग्रियों को बेचा जाता है |
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