“Taro’s Reward” is a touching story about a devoted son named Taro. He is a young woodcutter living with his elderly parents on a lonely hillside. Despite his hard work, Taro does not earn much money, which makes him sad because he wishes to give his parents a better life.
Taro’s Father’s Wish
One day, Taro’s old father expresses his wish to have a cup of sake (a traditional Japanese rice wine). Taro feels upset because he knows sake is expensive and he cannot afford it.
Taro’s Determination
Determined to fulfill his father’s wish, Taro decides to wake up early the next morning and chop wood for a longer time than usual. He works hard in the forest, but despite feeling thirsty and tired, he keeps chopping wood.
The Magical Waterfall
While working, Taro suddenly hears the sound of rushing water nearby. Curious and thirsty, he follows the sound and discovers a beautiful waterfall. To his amazement, when he drinks from it, he realizes that it is not just water but sake! Excitedly, he fills a pitcher with this magical drink and rushes home.
Joy at Home
When Taro presents the pitcher of sake to his father, his father is overjoyed. He takes a sip and is so happy that he starts dancing to express his joy. Soon after, a visitor from the village comes to their home. Taro shares the sake with him, and the news of the magical waterfall spreads quickly throughout the village.
The Villagers’ Disappointment
The next morning, the villagers rush to the waterfall, hoping to taste the sake themselves. However, when they drink from it, they find that it tastes like plain cold water. Furious at being tricked, the villagers want to punish Taro for spreading lies.
Taro’s Escape and Reward
To escape their anger, Taro hides in the forest. When the villagers leave, he returns to the waterfall and tastes the liquid, which still tastes like delicious sake. It becomes clear that the magical waterfall only produces sake for Taro because of his thoughtfulness and care for his parents.
Word spreads even further, reaching the emperor, who rewards Taro with twenty pieces of gold. He also names the beautiful fountain after Taro, encouraging all children to respect and honor their parents.
Conclusion
The story of “Taro’s Reward” teaches us the importance of being respectful and honoring our parents. In return for our good deeds and kindness, we will ultimately be rewarded.
Important Words and Their Meanings
Word | Meaning |
---|---|
Sake | A traditional Japanese rice wine. |
Thirsty | The feeling of needing or wanting to drink. |
Thoughtfulness | The quality of being considerate and caring towards others. |
“तारो का इनाम” का सारांश
“तारो का इनाम” एक भावुक कहानी है जो एक समर्पित बेटे, तारो, के बारे में है। वह एक युवा लकड़हारा है जो अपने बुजुर्ग माता-पिता के साथ एक सुनसान पहाड़ी पर रहता है। अपनी कड़ी मेहनत के बावजूद, तारो ज्यादा पैसे नहीं कमाता, जिससे वह दुखी होता है क्योंकि वह अपने माता-पिता को एक बेहतर जीवन देना चाहता है।
तारो के पिता की इच्छा
एक दिन, तारो के बूढ़े पिता एक कप साके (जापानी चावल की शराब) पीने की इच्छा व्यक्त करते हैं। तारो उदास हो जाता है क्योंकि उसे पता है कि साके महंगा है और वह इसे खरीद नहीं सकता।
तारो की दृढ़ता
अपने पिता की इच्छा को पूरा करने के लिए, तारो अगले सुबह जल्दी उठने और पहले से अधिक समय तक लकड़ी काटने का निर्णय लेता है। वह जंगल में मेहनत करता है, लेकिन थका हुआ और प्यासा होते हुए भी, वह लगातार लकड़ी काटता रहता है।
जादुई जलप्रपात
काम करते-करते, तारो अचानक पास में बहते पानी की आवाज सुनता है। जिज्ञासु और प्यासा होने के नाते, वह आवाज की ओर बढ़ता है और एक खूबसूरत जलप्रपात खोज लेता है। अपनी हैरानी में, जब वह उसमें से पीता है, तो उसे पता चलता है कि यह सिर्फ पानी नहीं बल्कि साके है! उत्साहित होकर, वह इस जादुई पेय को एक बर्तन में भरता है और जल्दी से घर लौटता है।
घर में खुशी
जब तारो अपने पिता को साके का बर्तन दिखाता है, तो उसके पिता बहुत खुश होते हैं। वह एक घूंट लेते हैं और इतनी खुशी से नाचने लगते हैं कि उन्हें अपनी खुशी व्यक्त करने में आनंद आता है। इसके बाद, गांव से एक आगंतुक उनके घर आता है। तारो उसके साथ साके साझा करता है, और जादुई जलप्रपात की कहानी पूरे गांव में फैल जाती है।
गांव वालों का निराशा
अगली सुबह, गांव के लोग जलप्रपात की ओर दौड़ते हैं, आशा करते हैं कि वे भी साके का स्वाद चख सकें। हालांकि, जब वे इसमें से पीते हैं, तो उन्हें सिर्फ ठंडे पानी का स्वाद मिलता है। धोखा खाकर क्रोधित हो जाते हैं, और गांव वाले तारो को सजा देने की सोचते हैं।
तारो का बचाव और इनाम
गांव वालों के गुस्से से बचने के लिए, तारो जंगल में छिप जाता है। जब गांव वाले चले जाते हैं, तो वह फिर से जलप्रपात के पास लौटता है और पेय का स्वाद लेता है, जो फिर से स्वादिष्ट साके का होता है। यह स्पष्ट हो जाता है कि जादुई जलप्रपात केवल तारो के लिए ही साके प्रदान करता है क्योंकि वह अपने माता-पिता के प्रति विचारशील है।
कहानी और भी फैलती है, और सम्राट को भी तारो के बारे में पता चलता है, जो उसे बीस सोने के सिक्कों से पुरस्कृत करता है। वह सुंदर फव्वारा भी तारो के नाम पर रखता है, जिससे सभी बच्चों को अपने माता-पिता का सम्मान करने और उनकी सेवा करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
निष्कर्ष
“तारो का इनाम” कहानी हमें अपने माता-पिता का सम्मान करने और उनकी सेवा करने का महत्व सिखाती है। हमारी भलाई और दयालुता के लिए हमें अंततः पुरस्कार मिलेगा।
महत्वपूर्ण शब्द और उनके अर्थ
शब्द | अर्थ |
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साके | एक पारंपरिक जापानी चावल की शराब। |
प्यासा | पीने की आवश्यकता या इच्छा का अनुभव करना। |
विचारशील | दूसरों के प्रति विचारशील और देखभाल करने की गुणवत्ता। |